मंगलवार, 17 जनवरी 2017

मुहावरे एवं लोकोक्तियाँ

मुहावरे
जब कोई शब्द (पद) समूह वाक्य में इस प्रकार प्रयोग हो कि अपने वाच्यार्थ     (सामान्य अर्थ) को छोड़कर कोई विशेष अर्थ प्रकट करे तब ऐसे शब्द समूह को मुहावरे कहते हैं । 
दूसरे शब्दों में – मुहावरे ऐसे वाक्यांश हैं जिनका सामान्य अर्थ नहीं होता अपितु विशेष अर्थ होता है। जैसे- हाथ मलना,
यहाँ इसका सामान्य अर्थ ‘हथेलियों को रगड़ना’ न लेकर इसका विशेष अर्थ पछताना’ लेते हैं । 

लोकोक्तियाँ 

 लोकोक्तियाँ( कहावतें) अपने में स्वतंत्र अर्थ रखने वाली लोक प्रचलित उक्तियाँ होती हैं। जिनका उद्देश्य किसी को शिक्षा,चेतावनी,व्यंग्य करने या उलाहना देना होता है।  इनका सम्बन्ध किसी घटना से होता है । ये अपने आप में पूर्ण होती हैं । ये किसी कहानी या चिरसत्य पर आधारित होती हैं । 
किसी महापुरुष या संत द्वारा कही गई उक्तियों को सिध्दांत- वाक्यों की तरह प्रयोग में लाना कहावतें कहलाती हैं । कहावतों में एक पूर्ण सत्य एवं विचार सन्निहित होता है । 
जैसे – चार दिनों की चाँदनी फिर अँधेरी रात।   

मुहावरे एवं लोकोक्ति में अंतर

मुहावरे
लोकोक्ति
1. मुहावरे वे वाक्यांश हैं जिनका विशेष अर्थ होता है ।
1. लोकोक्ति लोक की उक्ति है । यह पूर्ण वाक्य के रूप में होती है । जो किसी सत्य पर आधारित होती है ।
2. मुहावरे का प्रयोग वाक्यों के अन्तर्गत होता है । जैसे- रानी लक्ष्मी बाई ने अंग्रेजों से लोहा लिया था ।   (लोहा लेना)
2. लोकोक्ति का प्रयोग स्वतंत्र रूप में एक वाक्य की तरह किया जा सकता है । जैसे कुत्ता भी अपना पेट भर लेता है ।
3. मुहावरे को वाक्य से निकाल देने पर उसका प्रभाव नहीं रह जाता ।
3. लोकोक्ति का वाक्य में स्वतंत्र अस्तित्व होता है, इसे वाक्य से निकल देने पर भी कोई अंतर नहीं पड़ता ।

मुहावरे एवं लोकोक्तियाँ- अर्थ एवं प्रयोग  


मुहावरे/लोकोक्तियाँ   
अर्थ
वाक्यों में प्रयोग
लोहा लेना
सामना करना / टक्कर लेना
वीर शिवाजी ने मुगुलों से लोहा लिया था । 
कलई खुलना
भेद खुलना
जियालाल नकली दवा बेचते पकड़ा गया,जिससे उसकी कलई खुल गई । 
उल्टी गंगा बहाना
विपरीत काम करना
अपने गुरु से अपना सम्मान करने के लिए कहना उल्टी गंगा बहाना है। 
लोहा मानना
श्रेष्ठता स्वीकारना
विवेकानंद की विद्वता का सारा संसार लोहा मानता है । 
नींद टूटना
होश में आना
सारा देश भ्रष्टाचार के चंगुल में फँसा है, कब लोगों की नींद टूटेगी  
कमर कसना
कार्य के लिए तैयार होना
मैंने कमर कस ली है, इस बंजर धरती को हरा- भरा करके रहूँगा । 
ठेस लगाना
दुःखद  अनुभूति
हमें ऐसा व्यवहार कदापि नहीं करना चाहिए जिससे किसी के दिल को ठेस लगे      
नौ दो ग्यारह होना
भाग जाना
पुलिस की गाडी का सायरन सुनते ही चोर नौ दो ग्यारह हो गए । 
आँख लगना
सो जाना/ झपकी लगना 
न जाने कब मेरी आँख लग गई और चोर मेरी अटैची ले गए । 
एक अनार सौ बीमार
एक वस्तु, चाहने वाले अधिक
मोहन के पास एक व्याकरण की पुस्तक थी, कक्षा के सभी बच्चे मांगने लगे ।  किसी ने ठीक ही कहा है एक  अनार सौ बीमार    
गड़े मुर्दे उखाड़ना
भूली बातों को फिर याद दिलाना / बीती बात उठाना
सब मिलकर राष्ट्र की उन्नति में योगदान दें, गड़े मुर्दे उखाड़कर वैमनस्यता मत फैलाएँ । 
फूला न समाना
अत्यधिक प्रसन्न होना
देवांश के हायर सेकेण्डरी परीक्षा में प्रथम आने पर उसके माता-पिता फूले न समा रहे थे । 
श्री गणेश करना
शुभारंभ/ शुरुआत करना 
सचिन ने दीपावली के दिन अपनी फैक्ट्री का श्री गणेश किया । 
आ बैल मुझे मार
जान- बूझकर परेशानी में फँसना
दो भाइयों की आपस की लड़ाई में पड़कर गोवर्धन ने आ बैल मुझे मार की कहावत को चरितार्थ कर दिया । 
हाथ मारना
हड़प लेना 
विकास देखता रह गया, दिवाकर ने उसकी संपत्ति पर हाथ मार लिया  
काला अक्षर भैंस बराबर
अनपढ़ / निरक्षर होना
सुमन से रामायण पढ़ कर सुनाने को कहा गया तो वह बोल पड़ी मेरे लिए तो काला अक्षर भैंस बराबर है । 
मान न मान मैं तेरा मेहमान
जबरदस्ती गले पड़ना
सुषमा आए दिन बिना बुलाए मेरे यहाँ चली आती है, किसी ने ठीक ही कहा है,मान न मान मैं तेरा मेहमान  
ऊँट के मुँह में जीरा
आवश्यकता से बहुत कम होना
एक मजदूर के लिए एक रोटी ऊँट के मुँह में जीरा के समान है । 
चकमा देना
धोखा देना
चम्पा दुकानदार को चकमा देकर, उसकी घड़ी लेकर भाग गई । 
गागर में सागर
थोड़े में बहुत कहना
सतसईके दोहे गागर में सागर हैं ।
आँखों का तारा
बहुत प्यारा
माँ के लिए उसकी संतान आँखों के तारे होते हैं । 
आग बबूला होना
अत्यंत क्रोधित होना
बंशी को गुटका खाते देखकर उसके पिता आग बबूला हो गए । 
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